अमानीगंज/अयोध्या। प्रदेश सरकार द्वारा जहां ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान किए जाने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों रुपए खर्च कर एएनएम सेंटर का निर्माण कराया गया है।जिससे गांव की गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों सहित परिवार को उनके गांव में ही बेहतर स्वास्थ्य संबंधी सभी सेवाएं आसानी से मिल सके और इलाज के लिए उन्हें दर-दर भटकना न पड़े।वही दूसरी ओर मिल्कीपुर तहसील अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडासा के कोटिया गांव में लाखों की लागत से एएनएम सेंटर का विगत 20 वर्ष पूर्व निर्माण कराया गया था।जिसमें आज तक किसी भी स्वास्थ्य कर्मी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त नहीं किया गया जिससे वहां स्वास्थ्य सेवाएं बहाल नहीं हो सकी है।कोटिया गांव की गर्भवती महिलाओं व बच्चों सहित गांव के अन्य लोग 6 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंडासा पर इलाज कराने को मजबूर है।बता दें कि लाखों की लागत से बनकर तैयार एएनएम सेंटर में स्वास्थ्य सेवाएं बहाल न होने से धूल फाक रहा है और जंगल झाड़ी में तब्दील हो गया है।एएनएम सेंटर की देखरेख न होने से काफी जर्जर अवस्था में हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि जहां प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का फरमान जारी किया गया है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उनके आदेशों को नजर अंदाज करने में लगे हैं।प्रधान कोटिया गंगा यादव ने बताया कि लगभग वर्ष 2005 में एएनएम सेंटर का निर्माण हुआ था तब से आज तक कोई अधिकारी व कर्मचारी नहीं आया है।सीएचसी खंडासा प्रभारी आनंद सिंनहा ने बताया एएनएम सेंटर पर परमानेंट नियुक्ति नहीं की गई है।सुविधाओं के बारे में बताया कि बुधवार को कैंप लगाकर गर्भवती महिलाओं को उनके स्वास्थ्य संबंधी परामर्श व टीकाकरण किया जाता है।